12 जून 2025 की दोपहर, अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 महज 36 सेकंड की उड़ान के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह एक चौंकाने वाली त्रासदी थी जिसने न केवल देश को, बल्कि अंतरराष्ट्रीय विमानन समुदाय को भी झकझोर कर रख दिया।
शुरुआती मीडिया रिपोर्टों से लेकर अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों तक, सभी इस सवाल से जूझ रहे हैं — क्या यह हादसा तकनीकी खराबी से हुआ या किसी मानवीय चूक से?
पिछले ब्लॉग में हमने इस दुर्घटना की एक सांकेतिक टाइमलाइन प्रस्तुत की थी और दोनों इंजनों के एक साथ फेल हो जाने की दुर्लभ लेकिन संभव तकनीकी स्थिति का विश्लेषण किया था। इस लेख में हम चर्चा करेंगे:
- फ्यूल कंट्रोल स्विच क्या होते हैं
- स्विच अपने-आप कैसे CUTOFF हो सकते हैं
- मीडिया क्या कह रहा है और असल में क्या सच है
- चरण-दर-चरण तकनीकी घटनाक्रम
🔧 Step-by-Step: तकनीकी घटनाक्रम
STEP 1: दोनों इंजनों में एक साथ फ्यूल सप्लाई रुकना
हादसे के समय उपलब्ध CVR (Cockpit Voice Recorder) डेटा से पता चला कि सबसे पहले बाएं इंजन की फ्यूल सप्लाई अचानक बंद हुई। इसके कुछ ही सेकंड बाद दायां इंजन भी बंद हो गया।
यहाँ यह समझना ज़रूरी है कि जब किसी इंजन में फ्यूल सप्लाई अचानक बंद हो जाती है, तो वह "Flameout" की स्थिति में चला जाता है — और उसके बाद FADEC सिस्टम इंजन के फ्यूल कंट्रोल स्विच को स्वतः CUTOFF पोजीशन में शिफ्ट कर देता है।
हालांकि फिज़िकली ये स्विच कॉकपिट में अब भी RUN पोजीशन में ही दिख सकते हैं, क्योंकि ये इलेक्ट्रॉनिकली आंतरिक रूप से निष्क्रिय (deactivated) हो जाते हैं।
STEP 2: पायलटों की त्वरित प्रतिक्रिया
CVR रिकॉर्डिंग से यह भी सामने आया कि इंजन बंद होने के तुरंत बाद कॉकपिट में संवाद हुआ:
कप्तान: "तुमने इंजन क्यों बंद किया?"
सह-पायलट: "नहीं, मैंने नहीं किया!"
🔴 यह संवाद इस बात की पुष्टि करता है कि किसी पायलट ने स्वेच्छा से इंजन बंद नहीं किए थे। यह एक स्वाभाविक संवाद था जो इंजन के अचानक बंद हो जाने के बाद घबराहट और तत्काल स्थिति को समझने की कोशिश का हिस्सा था।
🛑 यानी यह एक स्वाभाविक तकनीकी प्रतिक्रिया थी, ना कि किसी पायलट द्वारा की गई कार्रवाई।
STEP 3: इंजन रिस्टार्ट की कोशिश और 'Mayday' कॉल
फ्यूल सप्लाई रुकने के तुरंत बाद पायलटों ने फ्यूल वाल्व क्रॉक (Fuel Valve Cock) को ON-OFF किया, ताकि इंजन दोबारा स्टार्ट किया जा सके। यह एक मानक आपातकालीन प्रतिक्रिया होती है। इसके तुरंत बाद कप्तान ने "Mayday, dual flameout" की घोषणा की — जो इस तरह की गंभीर तकनीकी विफलता की स्थिति में एक मानक अंतरराष्ट्रीय आपातकाल संकेत होता है।
संभावित तकनीकी कारण
🟡 इसका कारण क्या हो सकता है?
- ईंधन में गंदगी या पानी की मौजूदगी
- ईंधन पंप या फिल्टर में रुकावट
- FADEC (Full Authority Digital Engine Control) सॉफ़्टवेयर में तकनीकी त्रुटि
इन सभी कारणों की संभावना की जाँच अब अंतरराष्ट्रीय एविएशन सुरक्षा बोर्ड द्वारा की जा रही है।
🔍 क्या अफवाहें फैलाई जा रही है और असल में क्या सच है?
कुछ अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि पायलटों ने गलती से फ्यूल कंट्रोल वाल्व स्विच OFF कर दिए थे। यह दावा तकनीकी तथ्यों और CVR/FDR डेटा के पूरी तरह खिलाफ है, और घटनाक्रम के क्रम में इसका कोई आधार नहीं है।
👉 इस विषय पर हमारी पिछली विस्तृत रिपोर्ट यहाँ पढ़ें: [AI-171 टाइमलाइन और इंजन फेलियर विश्लेषण] यह दावा तकनीकी तथ्यों और CVR/FDR डेटा के पूरी तरह खिलाफ है, और घटनाक्रम के क्रम में इसका कोई आधार नहीं है।
🧑✈️ पायलटों की प्रोफ़ाइल और अनुभव:
AI-171 के कॉकपिट में मौजूद दोनों पायलट अत्यंत अनुभवी और प्रशिक्षित थे। कप्तान सुमीत सब्हरवाल के पास कुल 15,638 घंटों का उड़ान अनुभव था, जिनमें से 8,596 घंटे उन्होंने बोइंग 787 विमान पर उड़ान भरते हुए बिताए थे। सह-पायलट क्लाइव कुंडर ने कुल 3,403 घंटे उड़ान भरे थे, जिनमें से 1,128 घंटे उन्होंने विशेष रूप से बोइंग 787 पर उड़ान भरते हुए अर्जित किए। और वे हाल ही में सिंगापुर में एक उच्च स्तरीय रिकरंट ट्रेनिंग से लौटे थे।
इस स्तर के प्रशिक्षित पायलटों द्वारा इतनी बुनियादी गलती की संभावना न के बराबर है — विशेषकर जब CVR रिकॉर्डिंग में दोनों इंजन बंद होने पर उनकी तत्काल प्रतिक्रिया स्पष्ट रूप से दर्ज है।
निष्कर्ष:
AI-171 की दुर्घटना एक जटिल तकनीकी विफलता का परिणाम प्रतीत होती है, जिसमें किसी भी मानवीय चूक का कोई सीधा प्रमाण अब तक सामने नहीं आया है। दोनों इंजन बंद हुए, लेकिन पायलटों ने हरसंभव आपात कदम उठाया। फ्यूल कंट्रोल स्विच का CUTOFF स्थिति में आना एक नेचुरल टेक्नोलॉजिकल रिएक्शन था — जो FADEC सिस्टम द्वारा स्वतः नियंत्रित होता है।
इस हादसे की अंतिम रिपोर्ट आने तक, ज़रूरी है कि हम तकनीकी तथ्यों को समझें और अफवाहों से दूर रहें।
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